Block Chain in Hindi And English
Block
Chain Technology
Block Chain एक तरह की एक्सचेंज प्रोसेस है जोकि डेटा ब्लॉक पर चलती है. प्रत्येक ब्लॉक एंक्रिप्शन के द्वारा सुरक्षित होते हैं क्योंकि यह ब्लॉक एक दूसरे से इलेक्ट्रॉनिक के माध्यम से एक दूसरे से कनेक्ट रहते हैं ।
Block
chain is a kind of exchange process that runs on data blocks. Each block is
protected by encryption because these blocks are connected to each other
through electronic means.
Block Chain
Blockchain एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसके द्वारा Transactions की Entries को Save कर के रखा जाता है, यानि यह एक डिजिटल बहीखाता है। जब भी कोई डिजिटल लेन-देन होता है, तो उसकी पूरी जानकारी एक ब्लॉक के रूप में Save हो जाती है (पहले ब्लॉक को Genesis कहा जाता है) ।
Blockchain
is a technology by which the entries of Transactions are saved and kept, that
is, it is a digital ledger. Whenever a digital transaction takes place, its
entire information is saved as a block (the first block is called Genesis).
ब्लॉक के अंदर डाटा को Cryptography Technology द्वारा Encode करके रखा जाता है, जिसे
Hash कहते हैं।
The data inside the
block is encoded by cryptography technology, which is called Hash.
यह एक प्रकार की हाई सिक्योरिटी है, जिसके द्वारा डाटा को
सुरक्षित रखा जाता है, ऐसे ही बढ़ती हुई Transactions के साथ ब्लॉक भी बढ़ते
चले जाते हैं, और यह सभी ब्लॉक्स(Blocks) एक दूसरे से जुड़ जाते हैं। जब यह सभी
ब्लॉक्स(Blocks) एक दूसरे से क्रमबद्ध तरीके से जुड़ते चले जाते हैं, तो ब्लॉक्स की
एक चैन बन जाती है, जिसे Blockchain कहा जाता है।
This is a type of high security, by which the data is
kept safe, in the same way, with increasing transactions, the blocks also go on
increasing, and all these blocks are connected to each other. When all these
blocks are connected to each other in a sequential manner, then a chain of
blocks is formed, which is called Blockchain.
ब्लॉकचेन एक टेक्नोलॉजी, एक प्लेटफॉर्म है जहां ना सिर्फ डिजिटल
करेंसी बल्की किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रखा जा सकता है । ब्लॉकचेन
एक डिजिटल लेजर हैं. वहीं Bitcoin एक डिजिटल
माध्यम है, जिसके जरिए कुछ चीजें बेंची और खरीदी जा सकती हैं. बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी
का सिर्फ एक उदाहरण है; अन्य क्रिप्टोकरेंसी नेटवर्क भी ब्लॉकचेन तकनीक द्वारा संचालित
होते हैं ।
This is a type of high security, by which the data is
kept safe, in the same way, with increasing transactions, the blocks also go on
increasing, and all these blocks are connected to each other. When all these
blocks are connected to each other in a sequential manner, then a chain of
blocks is formed, which is called Blockchain.
यह टेक्नोलॉजी सबसे पहले 1991 में सामने आई थी, जिसमे इसका
डिज़ाइन Stuart Haber और उनके सहकर्मी W.Scott Stornetta द्वारा बनाया गया था, यह दोनों
ही गणिततज्ञ थे।
This technology first appeared in 1991, in which it was
designed by Stuart Haber and his colleague W.Scott Stornetta, both of whom were
mathematicians.
इसके बाद एक जापानी व्यक्ति Satoshi Nakamoto द्वारा Blockchain पर काम करके कुछ बदलाव किये गए और
इसकी सुरक्षा को भी बढ़ाया गया और फिर 2008 में यह टेक्नोलॉजी दुनिया के सामने आ पाई। इसके
बाद 2009 में Satoshi Nakamoto ने Bitcoin
Cryptocurrency का आविष्कार किया था।
After this some changes were made by a Japanese person
Satoshi Nakamoto working on Blockchain and its security was also enhanced and
then in 2008 this technology came to the world. After this Satoshi Nakamoto
invented the Bitcoin Cryptocurrency in 2009.
Difference between Public and Private Blockchain
Public Blockchain:-
Public Blockchain एक खुला हुवा
नेटवर्क है, जिसमे कोई भी जुड़ सकता है, और जुड़ते ही बाकि Nodes की तरह नेटवर्क में
हो रही सारी गतिविधि पड़ या देख सकता है, और वह होने वाली किसी भी Transaction का हिस्सा
भी बन सकता है।
Public Blockchain is an
open network, in which anyone can join, and like other nodes, can see or see
all the activity happening in the network, and can also be a part of any
transaction that takes place.
पब्लिक ब्लॉकचैन में नेटवर्क पर किसी का भी कंट्रोल नहीं होता
और एक बार डाटा Validate होने के बाद उसमे बदलाव करना बहुत मुश्किल होता है। पब्लिक
ब्लॉकचैन का उदहारण Bitcoin (BTC) और Ethereum (ETH) हैं, और यह एक सुरक्षित ब्लॉकचैन
कहलाता है।
In public blockchain, no one has control over the
network and once the data is validated it is very difficult to change it.
Examples of public blockchains are Bitcoin (BTC) and Ethereum (ETH), and this
is called a secure blockchain.
Private Blockchain :-
Private
Blockchain एक केंद्रीयकृत (Centralized) नेटवर्क है, जिसे एक ग्रुप द्वारा बनाया या
चलाया जाता है, और इसमे जुड़े हुए Nodes को अलग-अलग Permission और Restriction दी जाती
है।
Private Blockchain is a centralized network, created or
run by a group, and the nodes connected to it are given different permissions
and restrictions.
इसमें किसी नए Node को जुड़ने के लिए, पहले से जुड़े हुए
Node से Permission लेनी पड़ती है। प्राइवेट ब्लॉकचैन का उदहारण Ripple और Hyper
Ledger हैं, इस ब्लॉकचैन को कम सुरक्षित माना जाता है।
In order to join a new node, permission has to be taken
from the already connected node. Examples of private blockchains are Ripple and
Hyper Ledger, this blockchain is considered less secure.
Advantage
Of Blockchain
1) यह टेक्नोलॉजी बिना किसी 3rd पार्टी के कार्य को Verify करने
की अनुमति देती है।
This technology allows to verify the work without any 3rd
party.
2) इसमें एक बार डाटा Save हो जाने के बाद उसमे कोई भी बदलाव या
छेड़-छाड़ करना मुश्किल है।
Once the data is saved in it, it is difficult to make any
changes or tampering with it.
3) Digital Ledger को सुरक्षित रखने के लिए Cryptography
Encoded टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाती है।
Cryptography Encoded Technology is used to keep Digital
Ledger safe.
4) इसमें किसी भी Transaction की कॉपी नेटवर्क में जुड़े सभी
Nodes के पास होती है।
In this, the copy of any transaction is with all the
nodes connected in the network.
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